सेंडर, रीसिवर और अकाउंट जैसी जानकारियां इसमें दर्ज रहती हैं. इन Data Blocks में क्रिप्टोग्राफी टेक्नोलॉजी के जरिए डेटा को Encode किया जाता है और ये ब्लॉक एक-दूसरे जुड़कर लंबी चैन बनाते हैं.
सेंडर, रीसिवर और अकाउंट जैसी जानकारियां इसमें दर्ज रहती हैं. इन Data Blocks में क्रिप्टोग्राफी टेक्नोलॉजी के जरिए डेटा को Encode किया जाता है और ये ब्लॉक एक-दूसरे जुड़कर लंबी चैन बनाते हैं.